महाराष्ट्र में बारिश का कहर: मुंबई में 6 घंटे में 300 mm बारिश
महाराष्ट्र में बारिश का कहर: मुंबई में 6 घंटे में 300 mm बारिश
मुंबई में रविवार देर रात 1 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक छह घंटों में करीब 300 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इस कारण शहर के कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया।
रेलवे ने बताया कि ट्रैक पर पानी भरने के कारण मुंबई डिवीजन की 5 ट्रेनें कैंसिल कर दी गईं। वहीं कुछ लोकल ट्रेनें भी कई घंटों की देरी से चल रही हैं। मुंबई में BMC ने सरकारी और प्राइवेट स्कूल-कॉलेजों में आज के लिए छुट्टी घोषित कर दी है।
वहीं, महाराष्ट्र के रायगढ़ फोर्ट में सोमवार सुबह 3 बजे से तेज बारिश हो रही है। इस कारण फोर्ट की सीढ़ी पर तेज रफ्तार से पानी बह रहा है। कई पर्यटक फोर्ट में ऊपर ही फंसे हुए हैं।
मौसम विभाग ने आज 11 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में पिछले 4 दिनों से जारी तेज बारिश के चलते केदारनाथ, बद्रीनाथ हाईवे समेत 115 से ज्यादा सड़कें बंद हो गईं।
कई रास्ते लैंडस्लाइड की वजह से तो कुछ बह जाने के कारण बंद हो गए। इसके बाद चार धाम यात्रा रोक दी गई। इससे जगह-जगह 6 हजार श्रद्धालु फंसे हैं। गंगा, समेत 6 नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं।
मुंबई में आज भी भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि मुंबई में आज भी तेज बारिश का अनुमान है। 7 जुलाई को सुबह 8 बजे से 8 जुलाई को सुबह 6 बजे के बीच 22 घंटों के दौरान मुंबई सेंट्रल शहर में 110 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। वहीं, ईस्टर्न मुंबई में 150 मिमी बारिश हुई। वेस्टर्न मुंबई में 146 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
BMC के अधिकारियों ने बताया कि जलभराव की स्थिति को कंट्रोल के लिए अधिकारी ग्राउंड पर हैं। निचले इलाकों से पानी निकालने का काम लगातार जारी है। BMC ने मुंबई के लोगों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें।
पर्यावरण एक्टिविस्टों ने जलभराव के लिए मुंबई मेट्रो के कंस्ट्रक्शन को जिम्मेदार बताया है। उनका कहना है कि पूरे शहर में बनाए गए कॉन्क्रीट के स्ट्रक्चर के कारण पानी को जमीन सोख नहीं पा रही है। सड़कें भी सीमेंट की बना दी गई हैं और जल निकासी का सिस्टम अब भी अंग्रेजों के जमाने का है।
मुंबई में बारिश की तस्वीरें…
मुंबई के भांडुप रेलवे स्टेशन पर पूरा रेलवे ट्रैक पानी में डूब गया था। इस कारण 1 घंटे तक ट्रेन सेवा रोक दी गई थी।
तस्वीर ठाणे के पुलिस स्टेशन के पास की है। यहां घुटनों तक पानी भरे होने के कारण बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत हुई। हालांकि, बाद में स्कूलों की छुट्टी का ऐलान कर दिया गया।
वडाला और GTB रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक पर जलभराव की स्थिति देखने को मिली। हालांकि, सुबह 8 बजे के बाद पानी कम होने लगा।
मुंबई के विले पार्ले अंडरपास में घुटनों तक पानी भर गया। लोगों को अंडरपास पार करने में दिक्कत हुई।
देशभर में मौसम का असर…
1. हिमाचल प्रदेश: 76 सड़कें बंद, सामान्य बारिश से 66% ज्यादा बारिश
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण 76 सड़कें बंद हो गई हैं। 69 वाटर सप्लाई स्कीम और 34 इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई स्कीम भी बाधित हुई हैं। राज्य में 1 जुलाई से 7 जुलाई के बीच 72.1 मिमी बारिश हुई है। यह इस अवधि की सामान्य बारिश से 66% ज्यादा है।
2. उत्तराखंड में गंगा समेत 6 नदियां खतरे के निशान पर, ऋषिकेश में 600 श्रद्धालु फंसे
उत्तराखंड में चार दिन से जारी बारिश के चलते गंगा, अलकनंदा, भागीरथी, सारदा, मंदाकिनी और कोसी नदी खतरे के निशान पर बह रही हैं। ऋषिकेश में गंगा नदी का स्तर 339.15 मीटर है, जो खतरे के निशान के बेहद करीब है। इसलिए हरिद्वार प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। उधर, लगातार बारिश के चलते बद्रीनाथ, गोविंदघाट से लेकर जोशीमठ तक बिजली ठप हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से अब तक उत्तराखंड में 276.8 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य कोटा 259 मिमी है। पूरे मानसून के सीजन में उत्तराखंड में 1162.2 मिमी औसत बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। ऋषिकेश ARTO मोहित कोठारी के मुताबिक पहाड़ों पर मौसम बहुत खराब है, इसलिए हरिद्वार और ऋषिकेश में 600 श्रद्धालु फंस गए हैं, क्योंकि राज्य सरकार ने हरिद्वार से आगे जाने पर रोक लगा दी है। गंगोत्री और यमुनोत्री जा रहे 480 यात्रियों को भद्रकोली चेकपोस्ट पर रोका है।
3. पश्चिम बंगाल में बाढ़ जैसे हालात, जलपाईगुड़ी में 166 मिली बारिश
पश्चिम बंगाल के हिमालय की तराई वाले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। जलपाईगुड़ी में शनिवार सुबह 8:30 बजे से रविवार सुबह 8:30 बजे के बीच 166 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि बागडोगरा में 103 मिमी बारिश हुई।
4. असम में 22 लाख लोग बाढ़ में फंसे, 8 लोगों की मौत हुई
असम में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। रविवार को बाढ़ में आठ और लोगों की जान चली गई। इससे इस साल की बाढ़, लैंडस्लाइड और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है। काजीरंगा नेशनल पार्क में 128 जानवर जान गंवा चुके हैं। 28 जिलों के 3,446 गांवों में 22.74 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
5. गोवा के सत्तारी वाटरफॉल पर फंसे 80 लोग का रेस्क्यू, स्कूलों में छुट्टी का ऐलान
गोवा के सत्तारी तालुका में पाली झरने पर 80 लोग फंस गए थे, जिन्हें रविवार रेस्क्यू किया गया। वहीं, राज्य में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी के चलते राज्य शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी स्कूलों में सोमवार की छुट्टी का ऐलान किया है।
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