NEET UG 2024 : NTA ने दो उत्तरों के साथ भौतिकी प्रश्न में अनुचितता के दावों का खंडन किया
एनटीए ने परीक्षा की चुनौती को निराधार माना और सूचना बुलेटिन का हवाला दिया, जिसमें स्पष्ट रूप से कई सही विकल्पों वाले प्रश्नों के लिए अंकन योजना बताई गई है।
हाल के घटनाक्रम में, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने एनईईटी-यूजी 2024 परीक्षा में भौतिकी के एक प्रश्न में दो सही विकल्प होने के आरोपों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि इससे उम्मीदवारों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
लाइव लॉ के अनुसार, एनटीए ने परीक्षा की चुनौती को निराधार माना और सूचना बुलेटिन का हवाला दिया, जिसमें स्पष्ट रूप से कई सही विकल्पों वाले प्रश्नों के लिए अंकन योजना बताई गई है।
NEET UG 2024 को लेकर चल रहे विवाद के बीच, शीर्ष अदालत में दायर एक याचिका में एक प्रश्न के दो सही उत्तर होने के कारण अस्पष्ट माने जाने पर चिंता जताई गई है। एक उम्मीदवार ने तर्क दिया कि उसने एनटीए द्वारा प्रदान किए गए दिशानिर्देशों के विपरीत, नकारात्मक अंकन से बचने के लिए प्रश्न का प्रयास करने से परहेज किया। फलस्वरूप परीक्षा परिणाम में सुधार कर संशोधित अंकों के आधार पर दोबारा जारी करने की मांग की गई।
हालाँकि, एनटीए ऐसे परिदृश्यों के संबंध में सूचना बुलेटिन में पूर्व घोषणा पर प्रकाश डालते हुए अपने रुख पर कायम रहा। एजेंसी ने उम्मीदवारों के दावों को खारिज करते हुए इस बात पर जोर दिया कि पिछली परीक्षाओं में भी अंकन नीति लगातार लागू की गई थी।
यहाँ प्रश्न है:
कथन I: “परमाणु विद्युत रूप से तटस्थ होते हैं क्योंकि उनमें समान संख्या में धनात्मक और ऋणात्मक आवेश होते हैं।”
कथन II: “प्रत्येक तत्व के परमाणु स्थिर होते हैं और अपना विशिष्ट स्पेक्ट्रम उत्सर्जित करते हैं।”
उपरोक्त दो कथनों के आधार पर, निम्नलिखित में से सही विकल्प चुनें:
(ए) पहला सही है लेकिन दूसरा गलत है;
(बी) पहला गलत है लेकिन दूसरा सही है;
(सी) पहला और दूसरा दोनों कथन सही हैं;
(डी) दोनों कथन गलत हैं।
अंकन स्पष्टीकरण अब, जब उत्तर कुंजी जारी की गई, तो NEET वेबसाइट ने विकल्प (ए) को सही उत्तर के रूप में दिखाया। हालाँकि, कई छात्रों ने एनसीईआरटी के पुराने संस्करण में दी गई जानकारी के आधार पर उत्तर कुंजी का विरोध किया, जिसके अनुसार दोनों कथन सही थे।
इसलिए, इस तर्क के आधार पर, एनटीए ने उन छात्रों को अनुग्रह अंक की पेशकश की, जिन्होंने अपने उत्तर के रूप में विकल्प (सी) को चिह्नित किया था। तो, इन 44 छात्रों को, जिन्हें आदर्श रूप से 720 में से 715 अंक प्राप्त होने चाहिए थे, अंततः 720 का सही स्कोर प्राप्त हुआ।
NEET-UG एग्जाम में हुई गड़बड़ियों को लेकर एजुकेशन मिनिस्ट्री की शिकायत पर रविवार 23 जून को CBI ने पहली FIR दर्ज की। मिनिस्ट्री से मिले कुछ रेफरेंस के आधार पर अनजान लोगों के खिलाफ IPC के सेक्शन 120-B (क्रिमिनल कॉन्स्पिरेसी) और 420 (चीटिंग) समेत कई धाराओं में FIR दर्ज की गई।
जांच के लिए CBI ने दो स्पेशल टीम बनाई हैं, जो पटना और गोधरा जाएंगी। केंद्र सरकार ने 22 जून की रात जांच की जिम्मेदारी CBI को सौंपी थी। इससे पहले सरकार ने शनिवार रात 9 बजे NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार सिंह को हटा दिया था। उनकी जगह प्रदीप सिंह खरोला को नया डीजी नियुक्त किया गया।
वहीं, 5 मई को हुई NEET परीक्षा के रिजल्ट में ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट्स के लिए रविवार को रीएग्जाम हुआ। एग्जाम दोपहर 2 बजे से शाम 5:20 बजे के बीच शेड्यूल किया गया था। 1563 में से कुल 813 कैंडिडेट्स ही एग्जाम में शामिल हुए। 750 कैंडिडेट्स एग्जाम देने नहीं पहुंचे। चंडीगढ़ में सिर्फ दो कैंडिडेट्स के लिए एग्जाम सेंटर बनाया गया, दोनों ही नहीं पहुंचे।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने NEET UG परीक्षा विवादों के संबंध में एक्शन लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को धन्यवाद दिया।
इसके अलावा, IMA ने NEET UG परीक्षा में अनियमितताओं की जांच को CBI को सौंपने और NTA के डायरेक्टर जनरल को हटाने के लिए शिक्षा मंत्रालय को भी धन्यवाद दिया है।
6 शहरों में री-एग्जाम खत्म
NEET री-एग्जाम उन छह शहरों में हुआ, जहां समय के नुकसान के चलते बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। री-एग्जाम इन्हीं 6 शहरों में है, लेकिन परीक्षा केंद्र बदल दिए गए हैं। ये 6 शहर हैं-
बालोद, छत्तीसगढ़
दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़
सूरत, गुजरात
मेघालय, मेघालय
बहादुरगढ़, हरियाणा
चंडीगढ़
हरियाणा के झज्जर सेंटर में नहीं होगा एग्जाम
हरियाणा के झज्जर सेंटर से 720/720 स्कोर करने वाले 6 कैंडिडेट्स सामने आए थे। इस सेंटर पर रीएग्जाम कंडक्ट नहीं किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि एग्जाम के दौरान किसी तरह की परेशानी न आए, ये सुनिश्चित करने के लिए एग्जाम सेंटर्स में बदलाव किया गया है।
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी एग्जाम सेंटर्स पर मौजूद रहे
NTA ने इस एग्जाम के लिए बने टेस्ट सेंटर्स पर ऑब्जर्वर अपॉइंट किए। एग्जाम के दौरान NTA और शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी भी एग्जाम सेंटर्स पर मौजूद रहे।
NEET PG परीक्षा देर रात स्थगित की गई
शनिवार रात 10 बजे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने NEET PG प्रवेश परीक्षा को स्थगित कर दिया। परीक्षा आज 23 जून को होनी थी। मंत्रालय ने कहा है कि ऐसा एहतियाती उपाय के तौर पर किया जा रहा है। परीक्षा की नई तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी की हालिया घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने NEET-PG प्रवेश परीक्षा की तैयारियों की मजबूती की जांच करने का निर्णय लिया है। इसके अनुसार कल यानी 23 जून, 2024 को होने वाली NEET-PG प्रवेश परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.
परीक्षा 2 बजे से 5 बजे तक एक ही शिफ्ट में हुई। केवल वही स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हुए, जिन्हें NTA ने ईमेल के जरिए इसकी जानकारी दी थी।
शनिवार रात NTA के DG हटाए गए
केंद्र सरकार ने शनिवार रात 9 बजे NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को हटा दिया। प्रदीप सिंह खरोला को नया डीजी नियुक्त किया गया है। खरोला इंडियन ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन के CMD हैं। 1 मई 2024 को उन्हें स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) के चेयरमैन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
प्रदीप सिंह खरोला कर्नाटक कैडर के 1985 बैच के रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं।
NTA में सुधार के लिए 7 सदस्यों की कमेटी बनाई गई
इससे पहले 22 जून की दोपहर शिक्षा मंत्रालय ने NTA की परीक्षाओं में गड़बड़ियां रोकने और पारदर्शिता लाने के लिए 7 सदस्यीय हाई लेवल कमेटी का ऐलान किया। ISRO के पूर्व चेयरमैन और IIT कानपुर के पूर्व डायरेक्टर के. राधाकृष्णन इसके चीफ होंगे। यह कमेटी 2 महीने में शिक्षा मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी।
20 हजार स्टूडेंट्स ने याचिका दर्ज की
देशभर में NEET UG 2024 को लेकर अलग-अलग राज्यों में लगभग 20 हजार स्टूडेंट्स ने परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ याचिकाएं दायर की हैं।
ग्रेस मार्क्स के खिलाफ दायर की गई याचिका में कहा गया कि NTA ने अब तक ये नहीं बताया कि उन्होंने स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स देने के लिए क्या तरीका अपनाया। वहीं, एग्जाम के पहले NTA की तरफ से जारी इन्फॉर्मेशन बुलेटिन में भी ग्रेस मार्क्स देने के प्रावधान का जिक्र नहीं था। ऐसे में कुछ कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स देना सही नहीं है।