अगर आप सोने में इनवेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं या अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो आपको खरीदारी से पहले आपकी जरूरत वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के लेटेस्ट प्राइसेज देखें और एक समझदारी वाला फैसला करने के लिए इनकी तुलना करें। देश में आज सोने का दाम 24 कैरेट के लिए 69,720 रुपये और 22 कैरेट के लिए 63,860 रुपये है। सभी दामों को आज अपडेट किया गया है और ये इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के अनुसार हैं।
UNICEF ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि साउथ एशिया के देशों में बाढ़ और भारी बारिश से जुड़े खतरों के चलते 60 लाख बच्चों का जीवन संकट में है. इनमें से कई रिलीफ कैंप में हैं.
Flood in South Asia: केरल के वायनाड में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने भारी तबाही मचा दी है. अब तक इस भूस्खलन के कारण 116 लोगों की मौत हो गई है और सेंकड़ों लोग घायल हो गए हैं. इसी घटना के बीच UNICEF की एक रिपोर्ट भी सामने आई है, जिसने भारी बारिश और बाढ़ को लेकर भयानक दावे किए हैं. UNICEF का दावा है कि सिर्फ साउथ एशिया में ही लगभग 60 लाख बच्चे बाढ़ और भारी बारिश के चलते खतरे में हैं.
UNICEF के मुताबिक इन बच्चों और उनके परिवारों ने या तो इस भीषण प्राकृतिक संकट के चलते अपना आसरा गंवा दिया है या ये अपने इलाकों में जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. UNICEF के मुताबिक ये लोग अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भारत, नेपाल और पाकिस्तान में रहते हैं. UNICEF के मुताबिक अब तक नेपाल में बाढ़ के कारण 109 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें 35 बच्चे हैं. वहीं नेपाल के 1580 परिवारों पर भारी बारिश और बाढ़ का असर पड़ा है.
मानसून के चलते अब भी खतरे में लाखों बच्चे
रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश में मूसलाधार बारिश और उसके बाद आई बाढ़ से देश के उत्तरी और उत्तरपूर्वी क्षेत्रों लाखों बच्चों पर संकट मंडरा रहा है. UNICEF की रिपोर्ट में भारत का जिक्र भी किया गया है. बताया गया है कि असम में हाल ही में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी. इसके चलते 50 हजार से ज्यादा बच्चों और उनके परिवारों पर असर पड़ा था. इस दौरान 8 हजार बच्चों को रिलीफ कैंप में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा.
भारत में अभी मानसून चल रहा है, ऐसे में कई अन्य इलाकों में बाढ़ या भारी बारिश के कारण अन्य प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बना हुआ है. पूर्वोत्तर के बाद अब दक्षिण भारत से भी डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. केरल के वायनाड में भीषण लैंडस्लाइड के चलते 117 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
अफगानिस्तान-पाकिस्तान पर भी मंडरा रहा खतरा
UNICEF की रिपोर्ट में अफगानिस्तान के पूर्वी इलाके में बाढ़ के कारण हुई 58 लोगों की मौत का जिक्र भी किया गया. साथ ही बताया गया कि देश के पूर्वी राज्यों में हजारों बच्चों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. रिपोर्ट में पाकिस्तान का जिक्र भी किया गया है, जहां 74 बच्चों समेत 124 लोगों की मौत अप्रैल के बाद से भारी बारिश और बाढ़ के कारण हो गई है. UNICEF का कहना है कि यहां पर अभी भी मानसून के कारण बाढ़ का भारी खतरा मंडरा रहा है.
अगर आप सोने में इनवेस्ट करने के बारे में सोच रहे हैं या अपने लिए सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो आपको खरीदारी से पहले आपकी जरूरत वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के लेटेस्ट प्राइसेज देखें और एक समझदारी वाला फैसला करने के लिए इनकी तुलना करें। देश में आज सोने का दाम 24 कैरेट के लिए 68,680 रुपये और 22 कैरेट के लिए 62,910 रुपये है। सभी दामों को आज अपडेट किया गया है और ये इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के अनुसार हैं।
दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसा: चश्मदीदों ने क्या बताया
दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाक़े में एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई है. दिल्ली पुलिस ने तीनों छात्रों की पहचान सार्वजनिक की है.
सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया है कि एक छात्रा यूपी के अंबेडकरनगर और दूसरी तेलंगाना की थी. वहीं हादसे में एक छात्र की भी मौत हुई है जो केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले थे.
बीबीसी की टीमने घटनास्थल पर पहुंचकर वहां हालात का जायज़ा लिया और वहां मौजूद लोगों और छात्रों से बात की.
चश्मदीदों ने बताया कि जिस इलाके़ में कोचिंग सेंटर है वहां पानी जमा होने की समस्या पुरानी है. उनकी शिकायत है कि यहां ड्रेनेज की सही व्यवस्था नहीं है और साफ-सफाई भी नियमित रूप से नहींं होती.
यहां के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर चुके एक छात्र ने बताया कि यहां स्टूडेंट्स के रहने की व्यवस्था भी ठीक नहीं है. जगह-जगह पर बिजली के तार भी गिरे रहते हैं, इससे किसी को भी करंट लग सकता है.
उनका कहना था, “यहां किराये के कमरों के लिए ब्रोकरेज भी काफी महंगा है. यहां बेहतर सुविधा नहीं है, लेकिन छात्र इन इलाक़ों में रहने को मजबूर होते हैं.”
कोचिंग सेंटर के पास खाने-पीने की चीज़ों का दुकान चलाने वाली आशा ने बताया कि शनिवार को बारिश की वजह से सेंटर के पास सड़क पर काफी पानी जमा हो गया था.
उन्होंने बताया, “शनिवार शाम छह बजे यहां बारिश हुई तो यहां काफी पानी भर गया था. कुछ देर में एक कार बड़ी तेज़ी से आई और उससे सड़क पर जमा पानी तेज़ी से कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में घुस गया.”
“कार जाने के बाद पानी की रफ्तार से सेंटर का गेट टूट गया. गेट टूटा तो पानी अंदर ही जाएगा.”
घटना के बाद इलाक़े में कोचिंग संस्थान के बाहर लगातार छात्रों का प्रदर्शन चल रहा है. छात्र इस मामले में इंसाफ़ की मांग कर रहे हैं और दिल्ली नगर निगम के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी कर रहे हैं.
कई नाराज़ छात्र कोचिंग सेंटर की ओर बढ़ रहे थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें बैरिकेड लगा कर रोक लिया था.
‘दिल्ली में ऐसी घटना शर्मनाक’
एक छात्रा ने कहा, “ये बताया जा रहा है कि तीन छात्रों की मौत हुई है. लेकिन कोई अधिकारी या प्रशासन आधिकारिक आंकड़े नहीं बता रहा है.”
उन्होंने कहा, “सबसे ख़राब रवैया कोचिंग मालिकों और शिक्षकों का है. इतना बड़ा हादसा हुआ लेकिन एक भी शिक्षक यहां आकर छात्रों के समर्थन में खड़ा नहीं दिखता. यहां कोई नहीं आया है.”
उन्होंने कहा कि इस इलाक़े में कई इमारतों में बेसमेंट में लाइब्रेरियां बनाई गई हैं.
उन्होंने कहा, “ये राजनीतिक नेताओं, एमसीडी अधिकारी और ज़मीन मालिकों के बीच सांठगांठ है. 90 फ़ीसदी लाइब्रेरी बेसमेंट में है. छात्र छोटे-छोटे कमरों में रहते हैं, उनमें खिड़कियां नहीं है. घुटन होती है.”
“इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है, लोगों ने सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है. क्या एमसीडी दिल्ली को ये दिखता नहीं है? ये हादसा राजनीतिक नेता, एमसीडी दिल्ली और कोचिंग संस्थानों के मालिकों के गठजोड़ का नतीजा है.”
कोचिंग संस्थानों के रवैये पर सवाल
एक और छात्रा ने कोचिंग संस्थानों के मालिकों के रवैये को लेकर कहा, “वो लोग हमसे संवाद नहीं करते. आम तौर पर उनसे मिलना बड़ा मुश्किल है. ऐसे में ये कैसे उम्मीद की जा सकती है कि उन्हें अपनी बात बताई जाए.”
उन्होंने कहा, “कोई भी इन हालातों से जूझ रहे छात्रों से बात नहीं करता. ये आए दिन होता रहता है, हम डरकर कमरों में बैठ जाते हैं कि कहां कोई ऐक्शन नहीं लिया जाएगा.”
हादसे से उत्तेजित छात्रों में से एक, देवांश राजपूत ने बीबीसी हिंदी को बताया, “दिल्ली आम शहर नहीं है. ये राजधानी है. केंद्र हो या राज्य सरकार या स्थानीय प्रशासन, इस तरह की घटना पर शर्म आनी चाहिए. राजधानी में इस तरह की घटना हो रही है.”
उन्होंने कहा, “पिछले साल कोचिंग इंस्टीट्यूट में आग लगने से छात्रों को दूसरी-तीसरी मंजिल से नीचे कूदना पड़ा था. पिछले सप्ताह करंट लगने से एक छात्र की मौत हो गई.”
“कोचिंग इंस्टीट्यूट वाले लाखों रुपये लेते हैं और माता-पिता को सपने दिखाते हैं कि उनके बच्चे अफ़सर-कलेक्टर बनेंगे. लेकिन वो उन्हें जिंदा वापस नहीं भेज पा रहे हैं. न कोचिंग संस्थान और न प्रशासन बता रहा है अब तक कितने लोग मरे हैं. ये मौत नहीं मर्डर है.”
पुलिस ने क्या कहा?
सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “मरने वालों में एक छात्रा श्रेया यादव हैं. श्रेया यूपी के अंबेडकरनगर की रहने वाली थीं. तान्या सोनी का स्थायी पता तेलंगाना का था तो वहीं नेविन डेल्विन केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले थे.”
“मरने वाले सभी लोगों के परिजनों को सूचित कर दिया है.”
डीसीपी हर्षवर्धन ने बताया कि इस मामले में कोचिंग इंस्टीट्यूट और इमारत के मैनेजमेंट के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है.
उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच जारी है और किसी भी दोषी को बख़्शा नहीं जाएगा.
Israel-Hezbollah tensions: लेबनान में भारतीयों को ‘सावधानी बरतने’ की सलाह
बेरूत में स्थिति तब और खराब हो गई है जब इजरायली सेना ने घोषणा की कि उसके जेट विमानों ने हिजबुल्लाह के हथियार डिपो और बुनियादी ढांचे पर बमबारी की है।
बेरूत में भारतीय दूतावास ने सोमवार को लेबनान में रहने वाले अपने नागरिकों से क्षेत्र में हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर सावधानी बरतने और उनके संपर्क में रहने का आग्रह किया।
रविवार को इजरायली सेना की घोषणा के बाद बेरूत में स्थिति खराब हो गई है कि उसके जेट विमानों ने पूर्वी लेबनान की बेका घाटी में हिजबुल्लाह से संबंधित हथियार डिपो और बुनियादी ढांचे पर बमबारी की है।
इससे पहले, इजरायली अधिकारियों ने बताया था कि लेबनान के एक रॉकेट ने इजरायली नियंत्रण वाले गोलान हाइट्स में एक फुटबॉल मैदान पर हमला किया, जिसमें 12 बच्चों और किशोरों की मौत हो गई। सेना ने इसे 7 अक्टूबर के बाद से नागरिकों पर सबसे घातक हमला बताया है।
“क्षेत्र में हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए, लेबनान में रहने वाले और लेबनान की यात्रा करने की योजना बना रहे सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और अपनी ईमेल आईडी के माध्यम से बेरूत में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें: विपक्ष। beirut@mea.gov.in या आपातकालीन फोन नंबर 96176860128,” दूतावास ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा। अधिकारियों ने इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच व्यापक क्षेत्रीय युद्ध की आशंका भी जताई, जिसने एक दुर्लभ कदम में इस बात से इनकार किया कि वह इसके लिए जिम्मेदार था।
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने कहा कि वह इजरायली और लेबनानी समकक्षों के साथ बात कर रही है और इजरायल और लेबनान के बीच सीमा क्षेत्र में “सभी हमलों को हमेशा के लिए समाप्त करने” के लिए एक राजनयिक समाधान पर काम कर रही है। इज़राइल और हिजबुल्लाह के बीच कई संघर्षों का इतिहास रहा है, जिसमें सबसे हालिया युद्ध 2006 में हुआ था।
इज़राइल ने लंबे समय से हिजबुल्लाह को अपनी सीमाओं पर सबसे बड़ा खतरा माना है, खासकर इसके बढ़ते शस्त्रागार और सीरिया में स्थापित उपस्थिति के कारण।
हिज़्बुल्लाह की विचारधारा काफी हद तक इज़राइल के साथ उसके संघर्ष पर केंद्रित है। इस बीच, बेरूत हवाई अड्डे पर उड़ानें रद्द कर दी गई हैं या उनमें देरी हुई है, लेबनान की मध्य पूर्व एयरलाइंस (एमईए) ने इज़राइल और सशस्त्र राजनीतिक समूह हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच बीमा जोखिमों के लिए व्यवधानों को जिम्मेदार ठहराया है। सोमवार को, लुफ्थांसा ने घोषणा की कि अत्यधिक सावधानी बरतते हुए, उसने स्विस इंटरनेशनल एयर लाइन्स, यूरोविंग्स और लुफ्थांसा द्वारा संचालित बेरूत से आने-जाने वाले पांच मार्गों को 30 जुलाई तक निलंबित कर दिया है। एजेंसियों के इनपुट के साथ
गोल्ड सबसे कीमती और महंगे धातुओं में से एक है। भारत में गोल्ड की काफी अहमियत है और फिलहाल यह सबसे अहम निवेश में से एक है। भारत में गोल्ड की वैल्यू सिर्फ गहनों के तौर पर ही नहीं बल्कि आर्ट और सिक्कों के तौर पर भी बढ़ी है।
गोल्ड प्राइस में लगातार तेजी के बावजूद भारतीय लगातार गोल्ड में निवेश बढ़ा रहे हैं। भारत में गोल्ड प्राइस पर ग्लोबल मार्केट में उतारचढ़ाव और अमेरिकी डॉलर में मजबूती का डायरेक्ट असर होता है। वहीं गोल्ड पर लगने वाला शुल्क लोकल मार्केट में सप्लाई और डिमांड के आधार पर तय होती है।
अगर आप भी गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं तो पहले नीचे दिए डिटेल पर एक नजर डालें।
भारत में गोल्ड प्राइस जानने से पहले, 24 कैरट और 22 कैरट सोने के बीच की अंतर को जानना जरूरी है। 24 कैरट सोना सिर्फ 100 फीसदी शुद्ध सोना होता है जिसमें किसी दूसरे धातु की मिलावट नहीं होती है। वहीं, 22 कैरट सोने में चांदी या तांबे जैसे अलॉयड मेटल मिलाया जाता है। 22 कैरट गोल्ड में 91.67 फीसदी शुद्ध सोना होता है।
भारत में आज 22 कैरेट सोने का भाव
ग्राम
बीता कल
आज
बदलाव
1 ग्राम
₹ 6415.0
₹ 6430.0
₹ 15
10 ग्राम
₹ 64,150
₹ 64,300
₹ 150
100 ग्राम
₹ 6,41,500
₹ 6,43,000
₹ 1,500
भारत में आज 24 कैरेट सोने का भाव
ग्राम
बीता कल
आज
बदलाव
1 ग्राम
₹ 6736.0
₹ 6752.0
₹ 16
10 ग्राम
₹ 67,360
₹ 67,520
₹ 160
100 ग्राम
₹ 6,73,600
₹ 6,75,200
₹ 1,600
हॉल मार्किंग के जरिए कैसे गोल्ड की पहचान करें?
सरकार ने 1 जुलाई 2021 से हॉलमार्क को अनिवार्य कर दिया है। अब गोल्ड पर तीन तरह के चिन्ह होते हैं। इनमें BIS लोगो, प्योरिटी का ग्रेड और 6 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड जिसे HUID भी कहा जाता है। 24 कैरेट का गोल्ड सबसे प्योर होता है।
लेकिन 24 कैरेट के गोल्ड के गहने नहीं बनाए जाते हैं। ज्वैलरी के लिए 18 से 22 कैरेट के गोल्ड का इस्तेमाल किया जाता है।
अगर आप शुद्ध सोने के गहने खरीदना चाहते हैं तो हॉलमार्क जरूर देखें। अगर हॉलमार्क ज्वैलरी नहीं है तो सोने खरीदारी नहीं करनी चाहिए.
ऐसे कई कारक हैं जो भारत में सोने की दरों को प्रभावित करते हैं, जिनमें वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव से लेकर अमेरिकी डॉलर की मजबूती, आयात लागत, बैंकों की सावधि जमा पर ब्याज दरें, आर्थिक स्थिरता, मौसमी कीमतें, मुद्रास्फीति और मांग-आपूर्ति आदि शामिल हैं। जबकि उच्च मुद्रास्फीति दर सोने की मांग को बढ़ाती है और इसके विपरीत, मांग में वृद्धि के साथ इसकी कीमत भी बढ़ जाती है। कुछ वैश्विक स्थितियों के अलावा, सोने की अंतरराष्ट्रीय हाजिर कीमत भी भारत में सोने के धातु मूल्य को प्रभावित करती है। किसी भी अन्य उत्पाद की तरह, मांग और आपूर्ति भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती है। सोने की मांग और आपूर्ति बढ़ने से इसकी कीमतें भी बढ़ गई हैं।
ऐसे कई कारक हैं जो भारत में सोने की दरों को प्रभावित करते हैं, जिनमें वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव से लेकर अमेरिकी डॉलर की मजबूती, आयात लागत, बैंकों की सावधि जमा पर ब्याज दरें, आर्थिक स्थिरता, मौसमी कीमतें, मुद्रास्फीति और मांग-आपूर्ति आदि शामिल हैं। जबकि उच्च मुद्रास्फीति दर सोने की मांग को बढ़ाती है और इसके विपरीत, मांग में वृद्धि के साथ इसकी कीमत भी बढ़ जाती है।
इस योजना का फायदा सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा, जो अंत्योदय, बीपीएल और एपीएल परिवार से जुड़ी हुई होंगी।
अगर किसी महिला का पति इनकम टैक्स पे कर रहे हैं या GST रिटर्न फाइल करते हैं, तो ऐसा महिलाओं को भी इस योजना से बाहर रखा गया है। अगर किसी महिला का पति इनकम टैक्स पे कर रहे हैं या GST रिटर्न फाइल करते हैं, तो ऐसा महिलाओं को भी इस योजना से बाहर रखा गया है।
कर्नाटक सरकार ने इस योजना के लिए सालाना 32,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। कर्नाटक सरकार ने इस योजना के लिए सालाना 32,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
Tax Clearance Certificate: वित्त मंत्रालय ने ब्लैक मनी एक्ट को लेकर फैल रहे आशंका के बादल छांटने की कोशिश की है. दावा किया जा रहा था कि इसके चलते उत्पीड़न हो सकता है.
Tax Clearance Certificate: भारत सरकार ने टैक्स चोरी और ब्लैक मनी की रोकथाम के लिए ब्लैक मनी एक्ट (Black Money Act) लाया है. यह नया कानून 1 अक्टूबर, 2024 से लागू होने जा रहा है. नया नियम अघोषित विदेशी संपत्तियों से जुड़ी टैक्स चोरी से निपटने के लिए लाया गया था. हालांकि, इस पर दावा किया गया कि विदेश यात्रा करने से पहले सभी को टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट (Tax Clearance Certificate) जमा कराना होगा. इसे लेकर बहस छिड़ गई. साथ ही दावा किया गया कि इससे उत्पीड़न हो सकता है. अब सरकार ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है कि यह सर्टिफिकेट हर किसी को नहीं जमा कराना होगा.
टैक्स फ्रॉड और बकाया वालों पर लागू होगा नियम
वित्त मंत्रालय ने रविवार को नए नियम के संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया. इसमें 2004 के नियमों का हवाला देते हुए मंत्रालय ने कहा कि टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट केवल उन्हें जमा कराना पड़ेगा, जो गंभीर टैक्स फ्रॉड में शामिल हैं या जिन पर 10 लाख रुपये से अधिक का इनकम टैक्स (Income Tax) बकाया है. यदि किसी अथॉरिटी से उन्हें इस संबंध में स्टे हासिल है तो भी उन्हें टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट नहीं देना पड़ेगा.
हर नागरिक को यह सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं
वित्त मंत्रालय ने इस विवाद पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स या चीफ कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स से मंजूरी लेने के बाद ही किसी व्यक्ति से टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट मांगा जा सकेगा. इनकम टैक्स एक्ट की धारा 230 में प्रस्तावित संशोधन के तहत सभी निवासियों को विदेश जाने से पहले टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट हासिल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आम बजट में ब्लैक मनी एक्ट को उन कानूनों की सूची में शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया है, जिसके तहत भारत के नागरिक अपनी टैक्स देनदारियों का भुगतान कर सकते हैं.
इनकम टैक्स अथॉरिटी जारी करेगी यह सर्टिफिकेट
टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट विदेश जा रहे हर नागरिक से नहीं मांगा जाएगा. इस सर्टिफिकेट को इनकम टैक्स अथॉरिटी जारी करेगी. इसमें बताया जाएगा कि व्यक्ति पर इनकम टैक्स एक्ट, वेल्थ टैक्स एक्ट 1957, गिफ्ट टैक्स एक्ट 1958 और व्यय कर अधिनियम 1987 के तहत कोई देनदारी नहीं है. यह सर्टिफिकेट सत्यापित करेगा कि व्यक्ति पर कोई बकाया टैक्स देनदारियां नहीं हैं या उसने भारत छोड़ने से पहले ऐसे बकाया टैक्स के भुगतान के लिए संतोषजनक व्यवस्था की है.
World Nature Conservation Day: 28 जुलाई को वर्ल्ड नेचर कंजर्वेशन डे मनाया जाता है. इस खास मौके पर बता दें कि अल्लू अर्जुन को ओ ग्रीन वॉरियर कहते हैं क्योंकि इस क्षेत्र में उन्होंने कई काम किए हैं.
World Nature Conservation Day Special: 28 जुलाई को हर साल वर्ल्ड नेचर कंजर्वेशन डे मनाया जाता है. इस दिन पर्यावरण को ग्रीनरी बनाए रखने पर बात होती है और लोग इसके लिए कुछ जरूरी कदम उठाते हैं. लेकिन साउथ एक ऐसे सुपरस्टार हैं जिन्हें ‘ग्रीन वॉरियर’ कहा जाता है. इस एक्टर को साउथ के अलावा पूरे इंडिया में सभी पसंद करते हैं और उस एक्टर का नाम अल्लू अर्जुन है.
पैन-इंडिया स्टार अल्लू अर्जुन ने ऐसे कई काम किए हैं जिनका जश्न मनाया जाता है. जी हां, वह ग्रीन वॉरियर के नाम से भी जाने जाते हैं. बता दें कि उन्हें ये टाइटल उनके पर्यावरण के किए गए काम और उससे जुड़े कार्यों को बढ़ावा देने और समर्थन करने के प्रयासों के लिए दिया गया है. उनके 5 कामों के कारण उन्हें ‘ग्रीन वॉरियर’ कहा जाता है.
तेलंगाना वन विभाग के ब्रांड एंबेसडर
अल्लू अर्जुन 2021 में तेलंगाना वन विभाग के ब्रांड एंबेसडर बने. उनकी भागीदारी ने पर्यावरण के मुद्दों पर बहुत ध्यान आकर्षित किया है, जिससे उनके लाखों फैंस को प्रकृति की रक्षा और संरक्षण के प्रयासों में भाग लेने के लिए प्रेरणा मिली है.
दोस्तों और परिवार को पौधे और बीज गिफ्ट में देना
अल्लू अर्जुन अपने दोस्तों को पौधे और बीज गिफ्ट में देना पसंद करते हैं, जिससे वे ग्रीन लाइफस्टाइल के प्रति अपनी कमिटमेंट को दर्शाते हैं. उनका यह सोचने पर मजबूर करने वाला कदम उनकी कम्युनिटी और उनके फैंस के बीच पर्यावरण जागरूकता को प्रेरित करने का एक सरल लेकिन शक्तिशाली तरीका है.
हरियाली से भरा घर और ऑफिस
अल्लू अर्जुन के घर और ऑफिस में 100 से ज़्यादा तरह के पौधे हैं. वह बताते हैं कि कैसे पौधे लगाने से जगह सुंदर दिखती है और सेहत भी अच्छी रहती है. उनके घर और ऑफिस में मौजूद हरियाली इस बात का जीता जगता सबूत हैं कि किस तरह से स्वस्थ और टिकाऊ वातावरण बनाया जा सकता है.
साल 2014 में गो ग्रीन कैंपेन
अल्लू अर्जुन का गो ग्रीन कैंपेन हरियाली को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण का महत्व को बढ़ावा देने के लिए है. इस कैंपेन के जरिए, पैन इंडिया सुपरस्टार अल्लू अर्जुन ने पॉजिटिव बदलाव लाने और जनता में इको-फ्रेंडली आदतें अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया है.
इको-फ्रेंडली काम को देते हैं बढ़ावा
पर्यावरण के लिए अल्लू अर्जुन की सबसे बड़ी मदद इको – फ्रेंडली कामों को बढ़ावा देने के लिए एक गांव को गोद लेना है. इस प्रोजेक्ट के साथ, वह ग्रामीणों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं और दूसरों को भी ऐसा करने का रास्ता दिखा रहे हैं.
‘ग्रीन वॉरियर’ के रूप में, अल्लू अर्जुन अपने फैंस के लिए एक उदाहरण सेट करते हैं. इसके साथ ही टिकाऊ और इको-फ्रेंडली जीवन के आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान भी देते हैं. यही बातें उन्हें ‘ग्रीन वॉरियर’ बनाती हैं.
Bigg Boss OTT 3 का Finale Week चल रहा और लोगों के मन में Top 3 Contestants को लेकर Excitement बढ़ती जा रही है. Bigg Boss में एक के बाद एक किस्सों के बाद अब लोग भी Bigg Boss में अपने Favourite Member को खूब Support कर रहे हैं. Shivangi Khedkar इस Interview में उन्होंने बताया की वो Show को बहुत Enjoy कर रही हैं और उनके मुताबिक Sai Ketan Game में बहुत अच्छा खेल रहे हैं. बता दें कि Shivangi Khedkar Sai Ketan की Best Friend हैं. साथ ही Shivangi ने ये भी कहा कि Naezy एक अच्छे इंसान नहीं हैं. Last में जब उनसे पूछा गया कि कौन हो सकते हैं Bigg Boss के Top 3 Contestants, तो उन्होंने Armaan Malik, Ranvir Shorey और Sai Ketan का नाम लिया.
Delhi Coaching Centre News: दिल्ली पुलिस ने ‘राव IAS स्टडी सर्किल’ के मालिक और को-ऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया है. कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट’ में पानी भरने से 3 स्टूडेंट्स की मौत हुई है.
Delhi Coaching Centre Flooded: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक आईएएस कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने से हुए हादसे के बाद एमसीडी सक्रिय है. वहीं, इस घटना की जांच कराने को लेकर दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस ने ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ के मालिक और को-ऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया है.
‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ के मालिक और को-ऑर्डिनेटर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है. इस कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई है. आइए विस्तार से जानते हैं कि कब और कैसे ये हादसा हुआ.
दिल्ली कोचिंग हादसे में कब क्या हुआ?
दिल्ली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक ये घटना शाम 6 बजकर 35 मिनट पर हुई. बारिश का पानी अचानक राव आईएएस स्टडी सेन्टर के बसेमेंट में भर गया.
घटना की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस के एएसआई बीरेंद्र तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन हालात बेहद खराब थे. जिसके बाद थाने में एसएचओ औऱ दूसरे अधिकारियों को जानकारी दी गई.
फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक करीब 7 बजकर 10 मिनट पर उन्हें कॉल मिली थी.
फायर डिपार्टमेंट का ऑफिस घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर दूर प्रसाद नगर में है, इसलिए 7 बजकर 15 तक फायर डिपार्टमेंट की टीम मौके पर पहुंच गई थी.
फायर विभाग के अधिकारी के मुताबिक तुरंत बेसमेंट से पानी को पंप से निकालना शुरू किया गया. ऐसे हालात में डाइवर्स की मदद की जरुरत थी, इसलिए एनडीआरएफ (NDRF) को इस बात की सूचना दी गई थी.
सूत्रों के मुताबिक करीब 9 बजे एनडीआरएफ की टीम ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस स्टडी सेंटर पर पहुचीं.
इलाके की बिजली काट दी गयी थी, इसलिए बड़ी टॉर्च से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था.
फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पहले छात्र की बॉडी निकाली गई.
दूसरी डेड बॉडी रात करीब 11 बजकर 10 मिनट पर निकाली गई.
वहीं, तीसरी डेड बॉडी देर रात करीब 1 बजे एनडीआरएफ टीम को मिली.